रास्ते हैं धुँधले, नज़र कहीं खो गई
उम्मीद की रौशनी भी, अब तो रह गई सोई
कितनी कोशिशें कीं, पर न मिली कोई जगह
कभी सपनों के पीछे, कभी खुद की तलाश
[Pre-Chorus]
दिल में सवाल हैं, जवाब कोई दे ना
जीवन की ये राहें, किधर हमें ले जाएं
जगहें कहाँ अब बची
नौकरी का मिला है धोखा
सपनों का क्या होगा बता
रास्तों पे अब हम अकेले
मंजिलें हैं पर सवाली बनके
दिल की बातें कैसे सुलझाएँ